परस साहू
गुण्डरदेही।
गुण्डरदेही//ग्राम महुद (अ) के किसान परिवार में जन्मे आदित्य टंडन पिता मनोहर दास देश एवं प्रदेश में योग प्राकृतिक चिकित्सा के समग्र विकास के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं। आयुष मंत्रालय भारत सरकार के राष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा संस्थान पुणे से गांधी दर्शन फेलोशिप प्राप्त कर उन्होंने महिला स्वास्थ्य, लुप्त होती हर्बल औषधियों एवं छत्तीसगढ़ की आदिवासी महिलाओं की आजीविका के संदर्भ में गांधी फेलोशिप की समन्वयक डॉ. नैना अठाली के मार्गदर्शन में अपना शोध कार्य पूर्ण किया है।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का सपना था कि प्राकृतिक चिकित्सा हर गांव, हर घर तक पहुंचे। उस सपने को साकार करने के लिए हजारों लोगों तक योग प्राकृतिक चिकित्सा के स्वास्थ्य लाभ को पहुंचाने के लिए प्रदेश में 50 से अधिक शिविरों के माध्यम से योग प्राकृतिक चिकित्सा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए आदित्य टंडन को 76वें गणतंत्र दिवस समारोह के शुभ अवसर पर सम्मानित किया गया है। उन्हें पूर्व में भी कई पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ राज्य पिछड़ा वर्ग विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ललित चंद्राकर, कलेक्टर इंद्रजीत सिंह चंद्रवाल, विधायक संगीता सिन्हा, जनप्रतिनिधिगण, अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे। जिसमें शुभ चिंताको ने देश एवं प्रदेश में योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा के समग्र विकास के क्षेत्र में निरंतर कार्य करने के लिए आदित्य टंडन को सम्मानित किए जाने पर बधाई दी।