परस साहू
गुण्डरदेही।
आर्य समाज मंदिर आर्य नगर दुर्ग एवं छत्तीसगढ़ प्रांतीय आर्य प्रतिनिधि सभा के तत्वावधान में महर्षि स्वामी दयानंद जी की 201 वां जयंती एवं स्वामी श्रद्धानंद जी की 169 वीं जयंती मनाई गई साथ ही साथ स्वामी दयानंद जी की बोधरात्रि भी मनाई गई जिसमें स्वामी दयानंद जी ने सच्चे शिव को प्राप्त करने का संकल्प लिया था, महर्षि दयानंद आर्य समाज के संस्थापक एवं महान क्रांतिकारियों के गुरु थे,
स्वामी दयानंद ही ऐसे महान संत थे जिन्होंने 19 वीं सदी में नारी शिक्षा ,जातिगत भेदभाव, छुआछूत ,सती प्रथा ,बाल विवाह आदि अनेकों कुरीतियों के खिलाफ आवाज उठाई ,जिनकी प्रेरणा से देश में महान समाज सुधारकों का निर्माण हुआ पंडित राम प्रसाद बिस्मिल,लाला लाजपत राय,श्याम जी कृष्ण वर्मा,पंडित लेखराम,स्वामी श्रद्धानंद और अनेकों क्रांतिकारियों को स्वामी दयानंद जी ने ही दिशा दिखाई स्वामी दयानंद हिंदी भाषा के पक्षधर थे, वेद के प्रखंड विद्वान एवं संस्कृति के महान पंडित भी थे ऐसे महान गुरु महर्षि दयानंद जी का स्मरण करके आर्य समाज में उनकी जयंती मनाई गई।
साथ ही महर्षि दयानंद के शिष्य एवं भारत में शुद्धि आंदोलन के प्रणेता स्वामी श्रद्धानंद जी की भी 169 वीं जयंती मनाई गई इस पूरे आयोजन में आर्यवीर एवं आर्य वीरांगना दल का पूर्ण पुरुषार्थ रहा आर्य समाज मंदिर आर्य नगर दुर्ग के प्रधान संजय आर्य, मंत्री मनोज आर्य, कोषाध्यक्ष कृष्णमूर्ति आर्य ,आर्य विद्वान डॉ अजय आर्य,आर्य समाज मंदिर सेक्टर 6 के पुरोहित आचार्य अंकित शर्मा, सार्वदेशिक आर्य वीर दल के व्यायाम शिक्षक रूपेंद्र आर्य, जिलामंत्री हिमांशु आर्य, आर्य वीरांगना दल जिला संचालिका साक्षी आर्या जिलामंत्री कविता आर्या, नीता चौरसिया, बसंती यादव, दामिनी साहू , किरण आर्या ,अंकित आर्य, तुषार आर्य ,आयुष आर्य, आनंद आर्य ,बजरंग दल से विभाग संचालक राम लोचन तिवारी ,जिला संचालक सौरभ देवांगन एवं एवं समस्त आर्य समाज आर्य वीर दल एवं छत्तीसगढ़ प्रांतीय आर्य प्रतिनिधि सभा के सदस्य गण उपस्थित रहे।