परस साहू
गुण्डरदेही।
शुरुआत में कवि अशोक साहू ने छत्तीसगढ़ी बोली और छत्तीसगढ़िया के सम्मान में कविता पाठ किया। विजय टंडन ने हर नागरिक को जागरूक होने का संदेश दिया। योगेश छत्तीसगढ़िया ने छोटे-छोटे व्यंग के माध्यम से लोगों को खूब हंसाया।
जलज ताम्रकार ने गजल और गीत से महफिल में समां बांधे रखा। युवा कवि दिगेंद्र साहू ने कविता के माध्यम से रचनात्मक कार्यों को प्राथमिकता देने की बात कही। थानमल जैन ने प्रेम और सौहार्द के ऊपर अपनी कविता पढ़ी। संचालन कर रहे केशव राम साहू ने दुर्गा पूजन का तात्पर्य नारी सम्मान एवं सुरक्षा का भाव बताते हुए मातृशक्ति के सम्मान में कविता पढ़ी। दर्शक दीर्घा में महिलाओं की अच्छी उपस्थिति रही।
इस अवसर पर समिति के पदाधिकारी सुरेश सोनी ,दिनेश टावरी ,महेश चांडक, प्रमोद जैन ,अर्जुन सिंह तारम, लेखराम देवांगन ,देवेंद्र राय ,चमन सिन्हा,चुन्नीलाल ताम्रकार ,जगदीश प्रसाद ,एमपी ठाकुर ,अर्जुन सिंह मांडवी ,वीरेंद्र साहू ,लेखू राम साहू ,भागवत राम ,सोहन सिन्हा,भारत निर्मलकर ,लक्ष्मी नारायण ,दुष्यंत सिन्हा, शिव निर्मलकर आदि उपस्थित रहे। आभार प्रदर्शन जे आर साहू ने किया।