लीलाधर साहू
गुण्डरदेही।
वन नेशन वन इलेक्शन मोदी सरकार की प्राथमिकताओं में से एक है। देश में एक बार फिर ‘वन नेशन-वन इलेक्शन’ की चर्चा जोरों पर है। मोदी कैबिनेट ने वन नेशन वन इलेक्शन के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
पूर्व जिलाध्यक्ष पवन साहू एवं भाजपा के प्रतिनिधि आज घुमका एवं कोहंगाटोला में इस विषय पर आम जन से चर्चा कर जानकारी दी।कहा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश से किया एक और वादा पूरा कर दिया है।
एक साथ चुनाव होने से शासन में निरंतरता आएगी।
कमेटी ने ये भी कहा कि विभिन्न राज्यों में चुनावों के चलते राजनीतिक दल और उनके नेता और सरकारों का ध्यान चुनावों पर ही रहता है। एक साथ चुनाव होगा तो फोकस भी लोगों के लिए जनकल्याणकारी नीतियों को लागू करने पर रहेगा।
अधिकारी काम पर ध्यान दे पाएंगे चुनाव की वजहों से पुलिस सहित अनेक विभागों के पर्याप्त संख्या में कर्मियों की तैनाती करनी पड़ती है। एकसाथ चुनाव कराए जाने से बार- बार तैनाती की जरूरत कम हो जाएगी, जिससे सरकारी अधिकारी अपने मूल दायित्यों पर फोकस कर पाएंगे।
चुनावों के दौरान आदर्श आचार संहिता के क्रियान्वयन से नियमित प्रशासनिक गतिविधियां रुक जाती हैं। एक साथ चुनाव कराने से आदर्श आचार संहिता के लागू होने का समय कम होगा और इससे पॉलिसी पैरालिसिस कम होगा। कमेटी ने ये भी कहा कि वित्तीय बोझ में भी कमी आएगी और मैनपॉवर, उपकरणों और सुरक्षा उपायों के प्रबंधन पर भी कम खर्च होगा।
वही भारत रत्न भीमराव आंबेडकर जी के प्रति कोंग्रेस के रवैया को अवगत कराया कहा कि किस प्रकार भीमराव को नीचा दिखाने का कार्य किया। पवन साहू के साथ मंडल अध्यक्ष अरुण साहू,पूर्व अध्यक्ष प्रेम साहू,छगन साहू,सतानन्द साहू,रामपाल साहू सहित आम जन के साथ अनुसूचित जाती ,सतनामी समाज के लोग उपस्थित रहे।