लीलाधर साहू
गुण्डरदेही।
बालोद। सुशासन तिहार के तीसरे चरण में बुधवार को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय बालोद जिले के दौरे पर रहे। जहां जिला पंचायत बालोद के उपाध्यक्ष तोमन साहू बालोद कलेक्ट्रेट पहुंचकर मुख्यमंत्री से मुलाकात कर बालोद जिले के जर्जर सड़कों के डामरीकरण की मांग की। जिस पर मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को तत्काल प्राक्कलन बनाकर भेजने के लिए निर्देशित किया।
इस सड़कों के डामरीकरण की मांग।
जिला पंचायत उपाध्यक्ष तोमन साहू ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से सांकरा क से नारागांव बड़भूम होते हुए कन्हारपुरी 32 किलोमीटर, जमरुवा से साल्हेटोला ढाई किलोमीटर, नर्रा से नारागांव तक 4 किलोमीटर, बेलोदी से सतमरा सियनमरा होते हुए अरमरीकला तक 8 किलोमीटर, सतमरा से डांडेसरा तक 2 किलोमीटर, जगतरा राष्ट्रीय राजमार्ग से नयापारा तक 1.20 किलोमीटर, खरथूली से खड़ेनाडीह 2 किलोमीटर, रेंगनी से खरथूली तक 2 किलोमीटर, ज सांकरा से दरबारी नवागांव होते हुए डेंगरापार 4 किलोमीटर, ज सांकरा से परसदा तक 2 किलोमीटर, घुमका से खपरी तक 4 किलोमीटर, डंगनिया से परसोदा तक 2.20 किलोमीटर, नाहंदा से कन्याडबरी तक 10 किलोमीटर, हर्राठेमा चौंक से मुल्ले होते हुए मालगांव तक 8 किलोमीटर और नागाडबरी से सूर्रा तक पुल पुलिया सहित 4 किलोमीटर तक डामरीकरण की मांग की।
डुबान क्षेत्र के लोगों को मिले धान का बोनस
बालोद जिले के जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 10 में मालगांव सहित आसपास के कई गांव के किसानों को डुबान क्षेत्र में धान बुआई के कारण सरकार के समर्थन मूल्य का लाभ नहीं मिल पाता। क्योंकि वह जल संसाधन से लीज में जमीन लेकर खेती करते हैं। किसानों की इसी समस्या को देखते हुए जिला पंचायत उपाध्यक्ष तोमन साहू ने पत्र सौंपकर मुख्यमंत्री को अवगत कराया।
बारिश के चलते नुकसान हुए रबी फसल के मुआवजे की मांग।
बीते कुछ दिनों से बालोद जिले में हो रही बेमौसम बारिश के कारण किसानों द्वारा खेतों में उगाए गए रबी की फसल का भारी नुकसान हुआ। जिसको लेकर बालोद जिले के किसानों ने जिला पंचायत उपाध्यक्ष तोमन साहू से मुलाकात की थी। किसानों की परेशानी को देखते हुए उपाध्यक्ष ने आज मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से मुलाकात किसानों को हुए नुकसान को लेकर मुआवजे की मांग की।