परस साहू।
गुण्डरदेही।
नगर में संचालित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में गरम भोजन पकाने रसोईया अस्पताल परिसर में किचन में लगे ताला के चाबी के लिए इंतजार कर रहे थे,,,, सरकार की जय हो,, एक भी जिम्मेदार अभी तक अस्पताल परिसर की किचन का निरीक्षण नहीं किया है पूरे 5 साल में,,।
भाजपा के सुशासन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गुण्डरदेही में मरीजों के लिए गरम भोजन पकाने रसोइया किचन खुलने का इंतजार कर रहे हैं। रसोई में ताला लगा हुआ है इधर रसोईया किचन के सामने एक गैस टंकी, चूल्हा और कुछ अन्य बर्तन लेकर चाबी की इंतजार में है।
मरीजों को समय पर गर्म भोजन व प्रबंधन द्वारा शासन की योजना का सुचारु रूप से संचालन होना चाहिए। परंतु सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गुण्डरदेही का नजारा देखकर अस्पताल परिसर में भोजन बनाना भी दिखावा साबित हो रहा है। पत्रिका अखबार में लगातार समाचार प्रकाशन के बाद बड़ी मुश्किल से अस्पताल प्रबंधन द्वारा बीएमओ के पुराने स्टोर रूम एवं कार गेराज को किचन बनाया गया। परंतु मरीजों के लिए भोजन की व्यवस्था को ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर नहीं संभाल पा रहे है।
पत्रिका संवाददाता जब नगर के जनप्रतिनिधि के साथ उनके दोस्त से मिलने अस्पताल परिसर पहुंचे तब पता चला कि भाजपा के सुशासन में कैसे मरीजों के भोजन के साथ प्रशासन खेल रहे हैं। गुरुवार को लगभग 1:30 बजे का यह फोटो है। अब खाना अभी मिलेगा या शाम के लिए है या सुबह का नाश्ता बाहर से आया है यह भगवान ही मालिक है। अस्पताल परिसर में नाश्ता और खाना बनाते हैं तो अधिकारी निरीक्षण करने पहुंचते, परंतु यहां तो आधा किलोमीटर दूर से भोजन पहुंच रहा हैं और जिम्मेदार अधिकारी भी कुंभ करणीय नींद पर है।
भाजपा समर्पित नगर पंचायत अध्यक्ष रानू हेमंत सोनकर के घर के सामने अस्पताल संचालित होने के बाद भी आज तक निरीक्षण में नहीं पहुंचाना कहीं ना कहीं भाजपा संगठन और निर्वाचित भाजपा जन प्रतिनिधियों पर भी सवाल उठ रहा हैं, भाजपा की सुशासन में अधिकारी की मनमानी क्यों चल रही हैं।
उक्त मामले में कलेक्टर इंद्रजीत चंद्रावल को संपर्क करने पर उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।
उक्त मामले में खंड चिकित्सा अधिकारी सत्येंद्र मार्कंडेय को चार बार फोन लगाया गया, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया बल्कि मीटिंग में होने की हवाले दिया।