लीलाधर साहू
गुण्डरदेही।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के मंशानुरूप आम जनता के वास्तविक जरूरतों तथा उनके मांगों एवं समस्याओं से वाकिफ होकर उनका समयबद्ध तरीक से निराकरण सुनिश्चित कर राज्य में सुशासन को आम जनता के द्वार तक ले जाने के पूनीत उद्देश्य से शुरू किए गए सुशासन तिहार सही मायने में सुशासन के परिकल्पना को साकार कर रहा है। राज्य शासन के सुशासन तिहार के लोक कल्याणकारी एवं जनहितैषी पहल कई जरूरतमंद लोगों को तत्काल मदद पहुँचाकर उनके लिए मुश्किल वक्त का सहारा बन गया है। इसी कड़ी में जिले के डौण्डीलोहारा विकासखण्ड के ग्राम गणेश खपरी निवासी 85 वर्षीय दिव्यांग बुजुर्ग महिला ढेला बाई के लिए राज्य शासन द्वारा आयोजित यह सुशासन तिहार किसी फरिश्ता से कम साबित नही हुआ है।
ढेला बाई ने बताया कि वर्तमान में उनका देखरेख करने वाले कोई नही होने के कारण वे अपने निकटतम परिजनों के पास निवास कर रही थी। लेकिन विगत कुछ दिनों से अपने परिजनों ने उन्हें अपने पास रखने के लिए मना कर दिया था। जिसके चलते वर्तमान में वे अपनी भांजी सुनीता बाई के पास निवास कर रही हैं। लेकिन इसके बावजूद उसके सामने दो जून की भोजन प्रबंध करने की विकट समस्या उत्पन्न हो गया था। उन्होने बताया कि सुशासन तिहार के पहले चरण के दौरान ग्रामीणों के द्वारा राशन कार्ड हेतु आवेदन करने की सुविधा मिलने की जानकारी दी गई।
इसके बाद उन्होंने अपनी भांजी एवं परिजनों के साथ ग्राम पंचायत कार्यालय में पहुँचकर अपने लिए अलग से राशन कार्ड बनाने के लिए आवेदन जमा किया। इसके बाद अधिकारियों के द्वारा उनके आवेदनों के परीक्षण के उपरांत उनका नया राशन कार्ड बनाया गया। आज उन्हें अतिथियों के द्वारा ग्राम नाहंदा में आयोजित समाधान शिविर में नया राशन कार्ड प्रदान किया जा रहा है। सुशासन तिहार के माध्यम से बहुत ही कम समय में नया राशन कार्ड मिलने से बुजुर्ग दिव्यांग महिला ढेला बाई बहुत ही अभिभूत नजर आ रही थी।
बुज़ुर्ग ढेला बाई ने राज्य सरकार के इस सुशासन तिहार के आयोजन की मुक्तकंठ से सराहना करते हुए कहा कि यह सुशासन तिहार उनके लिए किसी संकट मोचक से कम नही है। सुशासन तिहार के इस आयोजन के दौरान शासन-प्रशासन के संवेदनशीलता के साथ बहुत ही कम समय में उनका राशन कार्ड बनाकर उन्हें सम्मान के साथ प्रदान किया गया है।
उन्होंने कहा कि अब उनका राशन कार्ड बन जाने से अपने लिए दो जून की रोटी की प्रबंध करने की बहुत बड़ी समस्या का निराकरण हुआ है। अब वे अपने जीवन के अंतिम पड़ाव में खुशी-खुशी जीवन व्यतीत कर पाएंगी। उन्होंने अपने जैसे अनेक जरूरतमंद लोगों के मांगों एवं समस्याओं के निराकरण सुनिश्चित करने हेतु राज्य में सुशासन तिहार के आयोजन के लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय एवं छत्तीसगढ़ सरकार को हृदय से धन्यवाद ज्ञापित करते हुए उनके प्रति विनम्र आभार जताया है।