गुण्डरदेही।
*साहू समाज ने प्रदेश में सबसे पहले कराया सामूहिक आदर्श विवाह, फिर सरकार ने योजना बनाकर प्रदेश भर में शुरू किया : उप मुख्यमंत्री अरुण साव*
*सामूहिक आदर्श विवाह प्रदेश साहू समाज की ऐतिहासिक परंपरा, घोयनाबाहरा में 1975 से लगातार चला आ रहा : डिप्टी सीएम अरुण साव*
*उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने नवविवाहितों को खुशहाल दांपत्य जीवन की दी बधाई*
बालोद महासमुंद । साहू समाज ने वर्ष 1975 में ग्राम घोयनाबाहरा में पहली बार सामूहिक आदर्श विवाह की परंपरा शुरू की थी, जो अब 50 वर्ष पूर्ण कर चुकी है। यह पहल न केवल सामाजिक समरसता और आर्थिक सहयोग का प्रतीक बनी, बल्कि समय के साथ एक आदर्श के रूप में स्थापित हुई। यह बात उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने महासमुन्द जिले के ग्राम घोयनाबाहरा में आयोजित आदर्श विवाह के स्वर्ण जयंती समारोह में कही।
उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि, यह अत्यंत गर्व की बात है कि समाज की इस अनूठी पहल को तत्कालीन छत्तीसगढ़ सरकार ने अपनाया और इसे व्यापक रूप से प्रोत्साहित किया। यह वैवाहिक समारोह सामाजिक एकता, समानता और संस्कृति के संरक्षण का उत्कृष्ट उदाहरण है। वहीं यह आयोजन विवाह की परंपरा को सरल, सुलभ और गरिमामय बनाता है, साथ ही समाज में सहयोग और सहभागिता की भावना को भी प्रबल करता है। इस अवसर पर साव ने समाज के प्रतिभावान छात्र एवं समाज सेवकों को सम्मानित किया।
उप मुख्यमंत्री साव ने समारोह में वैवाहिक गठबंधन में बंधे 28 जोड़ों को खुशहाल दांपत्य जीवन के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी। साथ ही सभी को सुखमय, सफल एवं समृद्ध दांपत्य जीवन के लिए आशीर्वाद प्रदान किया।
इस अवसर में सांसद रूपकुमारी चौधरी, चुन्नीलाल साहू, विधायक द्वारकाधीश यादव, जितेंद्र साहू, नारायण लाल साहू, धरमलाल साहू, येतराम साहू, मोती लाल साहू, भूमिका साहू, भेखलाल साहू, देवेश साहू, तुलसीराम साहू, खूबचंद साहू, समाज के पदाधिकारी एवं सामाजिक जन उपस्थित रहे।
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