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💥BIG BREKING💥 सड़क किनारे लगेगा बारूद की दुकान,, चाट गुपचुप एवं अन्य छोटे व्यापारी रहेंगे परेशान,, सुशासन की सरकार में अधिकारियों की मनमर्जी।

परस साहू

गुंडरदेही।

गुंडरदेही नगर में फटाका दुकान को लेकर विगत एक सप्ताह से उठा पटक चल रहा हैं, पर व्यापारी अपने मन चाहे फटाका दुकान लगाना चाह रहे हैं। इधर नगर पंचायत कार्यालय के मुख्य गेट छोड़कर सड़क के दोनों किनारे फटाका की दुकान लग रही है। जबकि धमतरी मुख्य मार्ग गुण्डरदेही के घाना आबादी के बीच सड़क किनारे कैसे बारूद बेचा जा सकता है ,सड़क में भारी वाहन से लेकर छोटे-छोटे वाहनों की आवागमन लगा रहता है। कई बार सड़क पर ऐसी गाड़ियां चल रही जिससे चिंगारी निकलते हैं,, कहीं बड़े अनहोनी ना हो जाए इसके लिए अधिकारियों को कोई ध्यान नहीं।

एसडीएम सुरेश साहू ने कहा नगर पंचायत के अधिकारी के कहने पर वहां पर जगह चयन किया गया है। नगर पंचायत अधिकारी गिरीश साहू ने कहा एसडीएम के कहने से जगह चयन हुआ है, आखिर सड़क किनारे फटाका दुकान लगाने वाले कौन है जिम्मेदार। फटाका व्यापारी अपने फायदे के लिए सारे नियम कानून ताक में रखकर सड़क किनारे फटाका बेचने जा रहे हैं ताकि उन्हें कोई नुकसान ना हो सके।

जबकि शराब भट्टी रोड में हाई स्कूल मैदान में पर्याप्त जगह होने के बाद भी इस जगह पर अधिकारियों को कोई ध्यान नहीं, खैर कोई बात नहीं काम बिगड़ने के बाद ही अधिकारी अपना काम करते हैं। मीडिया अधिक ध्यान आकर्षण करवा रहे हैं तो जरूर हमारी कलम पर के सवाल खड़े करेंगे, क्योंकि हम सच लिख रहे हैं। सड़क किनारे फटाका दुकान लगवाकर दो-तीन अधिकारी मिलकर इतिहास बदल दिए, जो छोटे-छोटे दुकानदारों के रोजी-रोटी में संकट होगी। जैसे कपड़ा दुकान छोटा गुपचुप चाट दिया बेचने वाले, रुई फूल माला बताशा पेड़ा के अलावा छोटे-छोटे इतने सारे दुकानदार इस ब्लॉक मुख्यालय में पहुंचते हैं। जो रेलवे क्रॉसिंग हनुमान मंदिर से लेकर धमतरी चौक तक दुकान लगती है जो कई सालों से इतिहास बदलने अधिकारी एक दूसरे पर जिम्मेदार ठोक रहे हैं आखिर पटाखा दुकान क्यों सड़क पर लग रही है। 

नगर के जन प्रतिनिधि चुप्पी साधे बैठे हुए हैं। अध्यक्ष से लेकर पार्षद तक सड़क किनारे दुकान लगाने को लेकर कोई जवाब नहीं आखिर क्यों।

उक्त मामले में बालोद कलेक्टर इंद्रजीत चंद्रावल को 11:40 में संपर्क करने पर उन्होंने हमारा फोन रिसीव नहीं किया और भी कई ऐसे गंभीर मामले में कॉल करने पर फोन नहीं उठाते। 

 

वर्जन,, एसडीम सुरेश साहू का कहना है नगर पंचायत के अधिकारी ही जगह फाइनल किया है, आगे हम उनसे और जानने का प्रयास किया लेकिन उन्होंने किसी बड़े अधिकारी के पास बैठने के कारण मोबाइल से बात करना उचित नहीं समझे।

वर्जन,,नगर पंचायत सीएमओ गिरीश कुमार साहू ने कहा एसडीएम साहब के कहने से जगह प्रस्तावित हुआ है पहले इन्हें बाजार से नगर का पंचायत कार्यालय से जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के दोनों और देने का सहमति बना था जो सुरक्षित था वैसे तो सड़क किनारे दुकान नहीं लगाना था।

उक्त मामले में पार्षद विजय सोनकर ने कहा, सड़क किनारे मुख्य मार्ग में पटाखा दुकान नहीं लगना चाहिए। छोटे-छोटे दुकानदारों का रोजी-रोटी में प्रभाव पड़ेगा जो कई सालों से व्यापार करते आ रहे हैं। फटाका दुकान को निजी लाभ पहुंचा रहे हैं अधिकारी।

वर्जन,,विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष भारत साहू ने कहा पहली बार देख रहे हैं जो नगर पंचायत कार्यालय के सामने फटाका दुकान लग रहा हैं घना आबादी के बीच पटाखा दुकान उचित नहीं है।सामने पर्याप्त जगह के बाद भी व्यापारी लगाना नहीं चाह रहे हैं फटाका दुकान।

 

 

लगातार चार दिन से फटाका दुकान को लेकर एसडीम सुरेश साहू, तहसीलदार कोमल कुमार ध्रुव, नगर पंचायत के सीएमओ गिरीश कुमार साहू, इंजीनियर रूपेश कुमार राठिया एवं उनके राजस्व की टीम के द्वारा फटाका दुकान की जगह लगाने को लेकर व्यापारियों के साथ तालमेल नहीं बैठा, बल्कि और बड़ा खतरा बन रहा है कि नगर पंचायत कार्यालय के सामने और सड़क किनारे फटाका दुकान लगने से कहीं पुराने गाड़ी से चिंगारी निकले तो शहर को कंट्रोल करना बड़ा मुश्किल है।

40 से 50 गांव के लोग इस मुख्यालय में अपना त्यौहार बाजार में खरीदारी करते हैं धनतेरस से 3 दिन कैसे संभालेंगे मुख्य मार्ग को अधिकारी पटाखा दुकान के सामने बेहतरीन तरीके से फटाका खरीदार अपना गाड़ी खड़े करते हैं जिससे आवा गमन में परेशानी हो सकता है।

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