बालोद।
नगर पंचायत डौंडीलोहारा में 1 करोड़ 37 लाख रुपये के निर्माण कार्यो में भारी गड़बड़ी व दस्तावेज में कुटरचना के आरोप लगाते हुए जिला कांट्रेक्टर एसोसिएशन बालोद व निविदा में शामिल ठेकेदारों ने बालोद जिला कलेक्टर को इस गड़बड़ी की जांच कराने व टेंडर को निरस्त करने की मांग की थी जिस पर मामले की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर इंद्रजीत चंद्रवाल ने 3 सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया है। जिनको 1 सप्ताह में मामले की जांच कर जांच प्रतिवेदन सौपने को कहा गया है।
जांच समिति में डौंडीलोहारा अनुविभागीय अधिकारी राजस्व शिवनाथ बघेल,नेमेंद्र देशमुख सहायक कोषालय अधिकारी बालोद,गोपाल राव जिला महाप्रबंधक उद्योग व व्यापार केंद्र बालोद को जिम्मेदारी दी गई है।
नगर पंचायत डौंडीलोहारा में टेंडर को लेकर समय समय पर विवाद की स्थिति बनते रहा है। और कई बार मामला नगरीय निकाय संचनालय तक भी पहुंचा है। इस बार भी निकाय के द्वारा आमंत्रित निविदा में निकाय के जिम्मेदार अधिकारियों के ऊपर दस्तावेज में कूटरचना करने,नियम विरुद्ध कार्य करने,व योग्य ठेकेदारों को अपात्र बनाकर निविदा से बाहर करने का आरोप लगाया गया है।
निविदा प्रक्रिया में गड़बड़ी का आरोप लगाने वाले ठेकेदार, महावीर तातेड़,रजत भन्साली,प्रतीक शर्मा,प्रकाश शर्मा,विष्णुप्रताप सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा है। कि निकाय में सभी नियमो को ताक पर रख कर अपने चहेते ठेकेदार को टेंडर देने सारी हदें पार कर दी है। आवेदन तिथि बढ़ाया गया,वही आवेदन परीक्षण की तिथि भी बढ़ाकर अनुचित कार्य किया गया है।
आज निविदा भेजने की अंतिम तिथि डौंडीलोहारा पोस्ट आफिस में दोपहर 1 बजे तक था जिसमे लगभग 7 ठेकेदारों में से मात्र तीन लोग ही फार्म जमाकर पाए वही पात्र बनाये गए कुछ ठेकेदार समय पर फार्म पोस्टआफिस में जमा नही कर पाए जिससे टेंडर फिर विवादों में पड़ते दिखाई दे रहा है।
निकाय पर आरोप :- आवेदन तिथि 4.11.2024 को दोपहर 3 बजे तक आवेदन ठेकेदार से लेना था,लेकिन ठेकेदारों ने आवेदन तय समय पर जमा नही किया गया जिससे निविदा निरस्त होता,लेकिन कुछ ठेकेदारों को फायदा पहुचाने तिथि को आगे बढ़ाया गया।
02- आवेदन तिथि बढ़ाये जाने के बाद आवेदन प्राप्त होने के बाद आवेदन जांच परीक्षण के नाम पर पुनः तिथि को बढ़ाकर दस्तावेजों में कुटरचना कर कुछ ठेकेदारों के आवेदन से दस्तावेज हटा दिया गया ।
03.आवेदन परीक्षण के दिन योग्य ठेकेदारों के पास पर्याप्त दस्तावेज थे जिन्होंने आवेदन में जमा किया था बावजूद उनको कूटरचना कर अपात्र बना दिया गया।
03.निकाय के द्वारा पात्र बनाये गए ठेकेदार निकाय में आवेदन देने फार्म लेने आये ही नही बावजूद उनको नियमो के विपरीत फार्म दिया व आवेदन लिया गया।
04.टेंडर को मनचाहे लोगो को देने की नीयत से लोक निर्माण विभाग द्वारा निविदा हेतु जारी शर्त व नियमो के विपरीत शर्त व नियम डालकर गड़बड़ी करने का काम किया गया है।